बेगूसराय में बनेगा फूड पार्क, नौ सौ करोड़ निवेश की बनी सहमति

बेगूसराय। केंद्र सरकार उत्तर बिहार के किसानों को एक अनमोल तोहफा देने जा रही है। बेगूसराय जिला के साथ पूरे उत्तर बिहार के किसानों को  कृषि और बागवानी का बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए खाद्य प्रसंस्करण तथा उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार की पहल से आगापुर में श्रीकंगन फूड पार्क बनाने की स्वीकृति प्रदान की है।  इसमें खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के दस प्रमुख सेक्टर के प्रसंस्करण उद्योग का निर्माण एक साथ कलस्टर में होगा।

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इसके लिए नौ सौ करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश का प्रस्ताव विभिन्न कंपनियों द्वारा आने के बाद उसपर सहमति बन चुकी है। बताया गया है कि नौ कंपनियों ने निवेश करने पर सहमति दी है। यहां उद्योग लगने से बेगूसराय के जहांनपुर का चठैला, मधुरापुर का परवल, चमथा का लोंगिया मिर्च, भरौल का दूध, अहियापुर का भांटा बैगन, झमटिया का आटा, मंसूरचक की  गोभी, शाम्हो का मटर और टमाटर का स्वाद जापान तथा अमेरिका  के लोग भी लेंगे। इससे किसानों व पशुपालकों की आय में बढ़ोत्तरी होगी।  बेहतर कनेक्टिविटी रहने के कारण इसका फायदा पूरे पूरे उत्तर बिहार को मिलेगा। 

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सुभाष कुमार कंगन ने बताया कि बिहार में फल और सब्जी का प्रोसेसिंग नहीं होने के कारण मानक स्तर का प्रोडक्शन सस्ते दामों में बिकाता थे या फिर खेतों में बर्बाद हो जाता था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का खास उद्देश्य है कृषि संसाधनों का आधुनिकीकरण करके कृषि उत्पादों की लागत और नुकसान कम करना है।

इसके लिए श्रीकंगन फूड पार्क को भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा प्रमोट किया गया है जिसका उद्देश्य किसानों की  उपज मूल्य को वर्तमान स्तर से तीन गुना करना है। इसमें डेयरी उत्पाद, दूध, फल तथा सब्जी प्रसंस्करण, पैकेट बंद भोजन, पेय पदार्थ, मसाला, कैटल फीड और न्युट्रास्यूटिकल प्रोडक्ट से किसानों के लिए नई आर्थिक क्रियाओं को बढ़ावा, रोजगार के नए अवसर, पोषण में सुधार, खाद्य सुरक्षा, कृषि में विविधता और निर्यात- आयात को बढ़ावा के व्यापक अवसर मिलेगा। कंगन ने बताया कि महिलाओं के लिए भी इस क्षेत्र में आपार संभावनाएं हैं। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना करके महिलाओं के लिए सूक्ष्म-उद्यमियों के रूप में उभारा जा सकता है। 

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